कोई तो होगा दोस्त चलो नजर भर देखते हैं,
जमाना नहीं सुधरा हम ही सुधर कर देखते हैं ।
खूबसूरत कोई तस्वीर उनकी पलकों में हैं,
अब वो आइने में खुद को सँवर कर देखते हैं ।
उतर आया होगा किसी शाम मेरी छत पर चाँद,
चलो जिंदगी के वरक पलट कर देखते हैं ।
जमाना नहीं सुधरा हम ही सुधर कर देखते हैं ।
खूबसूरत कोई तस्वीर उनकी पलकों में हैं,
अब वो आइने में खुद को सँवर कर देखते हैं ।
उतर आया होगा किसी शाम मेरी छत पर चाँद,
चलो जिंदगी के वरक पलट कर देखते हैं ।
जाते-जाते अनगिनत रंग दे गया वो फलक को,
डूबते सूरज का नजारा ठहर कर देखते हैं ।
किताबी कोई सुरूर छाया हुआ है उन पर भी,
आइए खिडकिय से बाहर निकल कर देखते हैं ।
आइए खिडकिय से बाहर निकल कर देखते हैं ।
रंग जिन्दगी में फूलों की घाटियों की तरह हैं,
चलो पहाडी तितलियों से घुल-मिलकर देखते हैं ।
चलो पहाडी तितलियों से घुल-मिलकर देखते हैं ।
आज 11- 09 - 2011 को आपकी पोस्ट की चर्चा यहाँ भी है .....
ReplyDelete...आज के कुछ खास चिट्ठे ...आपकी नज़र .तेताला पर
इस बेहतरीन ग़ज़ल के लिए बहुत बहुत बधाई ...
ReplyDeleteबेहद खूबसूरत गज़ल ,आभार .....
ReplyDeleteकिताबी कोई सुरूर छाया हुआ है उन पर भी,
ReplyDeleteआइए खिडकिय से बाहर निकल कर देखते हैं ।
vaah......bahut shandar gazal
वाह!!!क्या खूबसूरत गजल कही है आपने !
ReplyDeleteकोई तो होगा दोस्त चलो नजर भर देखते हैं,
ReplyDeleteजमाना नहीं सुधरा हम ही सुधर कर देखते हैं ।
वाह! बहुत बढ़िया....
सादर...
bahut khub....
ReplyDeletebahut khub....
ReplyDeleteबहुत ही खुबसूरत ग़ज़ल....
ReplyDeleteबहुत ही उम्दा और शानदार ...
ReplyDeleteउतर आया होगा किसी शाम मेरी छत पर चाँद,
ReplyDeleteचलो जिंदगी के वरक पलट कर देखते हैं ।
खूबसूरत गज़ल
कोई तो होगा दोस्त चलो नजर भर देखते हैं,
ReplyDeleteजमाना नहीं सुधरा हम ही सुधर कर देखते हैं ......बहुत ही खुबसूरत ग़ज़ल...बधाई..
बहुत खुबसूरत अशआरों से सजी है ग़ज़ल........पहला शेर तो बहुत अच्छा लगा|
ReplyDeleteमन को छू गयी आपकी गजल।
ReplyDelete------
कब तक ढ़ोना है मम्मी, यह बस्ते का भार?
आओ लल्लू, आओ पलल्लू, सुनलो नई कहानी।
अच्छी सकारात्मक सोच की ग़ज़ल है। वधाई आपको।
ReplyDeleteबेशक , शानदार गज़ल है. हर शेर बड़ी ही कोमलता से जज्बातों को बयां कर रहे हैं.
ReplyDeleteवंदना जी,
ReplyDeleteनमस्कार,
आपके ब्लॉग को "सिटी जलालाबाद डाट ब्लॉगसपाट डाट काम" के "हिंदी ब्लॉग लिस्ट पेज" पर लिंक किया जा रहा है|
खूबसूरत कोई तस्वीर उनकी पलकों में हैं,
ReplyDeleteअब वो आइने में खुद को सँवर कर देखते हैं ।
वाह, बहुत ही ख़ूबसूरत ग़ज़ल।
खूबसूरत गजल कही है आपने !
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