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रोज़ ही लेकिन ताज़ा नज़्म नहीं होती
बेखुदी में है
कमी या फिर पूरी बहर नहीं होती
फासला थोडा रहे
क़ुरबत को इस तरह निभाएं हम
जिन्दगी ये
दोस्त फिर हरगिज़ हरगिज़ कफस नहीं होती
दर्द से तो है मगर
हम रिश्ता लें पाल चुभन से भी
पर सुखन मनमीत
बन सहलाये इतनी कसक नहीं होती
फेर ली आँखे कि
माँ भाई यूँ बेजार हुए उसके
खोई दंगों में
जवां लड़की उसकी सुबह नहीं होती
है बहुत बैचैन
तो चल रख माँ की गोद जरा तू सिर
खुरदरे हों हाथ
पर ये थपकी बेअसर नहीं होती
वाह बहुत सुन्दर गजल ..
ReplyDeletekhoobshurat gazal,
ReplyDeleteसुन्दर !!
ReplyDeleteबढ़िया ,उम्दा ग़ज़ल !
ReplyDeleteडैश बोर्ड पर पाता हूँ आपकी रचना, अनुशरण कर ब्लॉग को
अनुशरण कर मेरे ब्लॉग को अनुभव करे मेरी अनुभूति को
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latest postअनुभूति : क्षणिकाएं
फासला थोडा रहे क़ुरबत को इस तरह निभाएं हम
ReplyDeleteजिन्दगी ये दोस्त फिर हरगिज़ हरगिज़ कफस नहीं होती
...वाह! बहुत ख़ूबसूरत ग़ज़ल...
है बहुत बैचैन तो चल रख माँ की गोद जरा तू सिर
ReplyDeleteखुरदरे हों हाथ पर ये थपकी बेअसर नहीं होती
Bahut Bahut Sunder....
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
ReplyDeleteआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा आज बृहस्पतिवार (16-05-2013) के परिवारों को बचाने का एक प्रयास ( चर्चा मंच- 1246 ) मयंक का कोना पर भी है!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
है बहुत बैचैन तो चल रख माँ की गोद जरा तू सिर
ReplyDeleteखुरदरे हों हाथ पर ये थपकी बेअसर नहीं होती
बहुत सुन्दर वंदना जी बहुत भावपूर्ण अशआर लिखी हैं दाद कबूल कीजिये
है बहुत बैचैन तो चल रख माँ की गोद जरा तू सिर
ReplyDeleteखुरदरे हों हाथ पर ये थपकी बेअसर नहीं होती ...
बिलकुल बेअसर नहीं होती ... बल्कि सुकून देती है इस माहोल में ... हर छंद लाजवाब है ...
खूबसूरत गज़ल
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर रचना वंदना जी
ReplyDeleteहै बहुत बैचैन तो चल रख माँ की गोद जरा तू सिर
ReplyDeleteखुरदरे हों हाथ पर ये थपकी बेअसर नहीं होती
वाह ... बहुत खूब
फासला थोडा रहे क़ुरबत को इस तरह निभाएं हम
ReplyDeleteजिन्दगी ये दोस्त फिर हरगिज़ हरगिज़ कफस नहीं होती..bahut badhiya ......
वाह..उम्दा..लाजवाब..
ReplyDeleteहै बहुत बैचैन तो चल रख माँ की गोद जरा तू सिर
ReplyDeleteखुरदरे हों हाथ पर ये थपकी बेअसर नहीं होती ..ये शेर बिशेष रूप से बेहद पसंद आया ..सादर बधायी के साथ
बढ़िया उम्दा प्रस्तुति ...
ReplyDeleteबहुत खूब...।
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