चौक चौक चन्दन चर्चित हो
दिव्य ज्योत हो पावन
नई सोच के अभिनंदन से
आलोकित घर आंगन
स्नेह शेष रहे जीवन भर
नवल विभा मुस्काये
आत्मदीप्त हों जुगनू के सम
गीति स्वस्तिक गाये
मुक्त वर्तिका हो ऐंठन से
स्नेहसिक्त ज्योतिर्मय
क्षणभंगुर नश्वर जीवन का
हर पल हो मंगलमय