रात से गिला क्या है
सुबह ने दिया क्या है
कैद अब हुआ लम्हा
इश्क के सिवा क्या है
दर्द पी लिया शायद
आँख ने कहा क्या है
उम्र ढल रही पलछिन
हाथ से गिरा क्या है
दोस्त न बना कोई
जीस्त का सिला क्या है
हाथ भर जरा कोशिश
और मशविरा क्या है
सौंप जब दिया खुद को
हाथ फैसला क्या है
धूप में जले पानी
सिलसिला नया क्या है
गुमशुदा ख़ुशी क्यूँकर
पूछ माजरा क्या है
नब्ज है थमी कब से
अस्ल हादसा क्या है